ओबीसी समाज के साथ विश्वासघात करने वाली आघाडी सरकार के विरोध में भाजपा का 15 को आंदोलन

बुलंद गोंदिया। ओबीसी समाज के साथ विश्वासघात कर ओबीसी के राजकीय आरक्षण को खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर ओबीसी समाज के साथ विश्वासघात करने वाली आघाडी सरकार के खिलाफ 15 सितंबर को पूरे राज्य भर में तहसील स्तर पर भाजपा द्वारा निषेध आंदोलन किया जाएगा इस प्रकार की जानकारी जिला अध्यक्ष केशव राव मानकर द्वारा पत्र परिषद में दी। आगे उन्होंने कहा कि राज्य की आघाडी सरकार द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में ओबीसी आरक्षण का पक्ष रखने के लिए वकील ही नहीं दिया तथा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के आरोप पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे व वरिष्ठ नेता शरद पवार द्वारा जवाब दिया जाए ऐसी मांग मानकर द्वारा की गई तथा उन्होंने बताया कि गत 6 महीने से आघाड़ी सरकार ओबीसी समाज के राजकीय आरक्षण के संदर्भ में टालमटोल कर रही है। तथा ओबीसी समाज का एमपी इम्पिरिकल डाटा जमा करने के लिए तत्काल कार्रवाई की जाए ऐसी मांग भारतीय जनता पार्टी द्वारा राज्य सरकार से निरंतर की जा रही थी। मात्र सरकार द्वारा गत 6 महीने से किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई तथा इम्पिरिकल डाटा जमा करने, पिछड़ा वर्ग आयोग को सरकार द्वारा निधि नहीं दी गई। इसी लापरवाही के चलते ओबीसी आरक्षण के बिना पांच स्थानीय स्वराज्य संस्था के उपचुनाव घोषित हुए हैं ।किंतु सरकार की इस लापरवाही के चलते ओबीसी समाज का आरक्षण खत्म हुआ है। किंतु भाजपा द्वारा चुनाव में ओबीसी समाज के प्रतिनिधियों को पूर्व आरक्षण के अनुसार ही उम्मीदवारी दी जाएंगी । तथा राज्य की आघाडी सरकार के इस लापरवाही पूर्ण तरीके का विरोध करने के लिए 15 सितंबर को संपूर्ण राज्य में जिला स्तर पर काले फीते लगाकर सरकार का निषेध कर ज्ञापन देकर आंदोलन किया जाएगा। आयोजित पत्र परिषद में सांसद सुनील मेडे, विधायक विजय राहंगडाले, पूर्व विधायक भेरसिंह नागपुरे, रमेश भाऊ कुथे ,नगराध्यक्ष अशोक इंगले, जिला महामंत्री संजय कुलकर्णी, मदन पटले, ओबीसी आघाडी के प्रदेश अध्यक्ष रामेश्वर गहाने,किसाना आघाड़ी के संजय टेंभरे, राजेश चतुर, गजेंद्र फुडे आदि उपस्थित थे।

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