जिला शल्य चिकित्सक डॉक्टर अमरीश मोहबे का फिर हुआ पदावनती के साथ तबादला,डॉक्टर मोहबे के भ्रष्टाचारों के खिलाफ डॉक्टर नितेश वाजपेई का 1 वर्ष से चला रहा अभियान

बुलंद गोंदिया। जिला शल्य चिकित्सक डॉक्टर अमरीश मोहबे का डिमोशन के साथ तबादला नागपुर के प्रांतीय मानसिक अस्पताल में उप अधीक्षक के पद पर कर दिया गया है। डॉ मोहबे के भ्रष्टाचारों के खिलाफ 1 वर्ष से अधिक समय से डॉक्टर नितेश बाजपेई द्वारा अभियान चलाकर संपूर्ण दस्तावेजों के साथ स्वास्थ्य मंत्रालय में शिकायत दर्ज की गई थी तथा स्वास्थ्य मंत्री से भेंट कर इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की जिस पर स्वास्थ्य मंत्री के निर्देश पर 28 मई को तबादले का आदेश जारी हुआ।

गौरतलब है की डॉ अमरीश मोहबे पर पिछले एक साल में दर्जन भर से अधिक भ्रष्टाचार के मामले में जांच शुरू है। इसके साथ कई जांच समितियां में भी दोषी पाए गए हैं और इसके पूर्व भी उनका डिमोशन के साथ गढ़चिरौली में तबादला किया गया था परंतु (MAT COURT) से (stay ) ऑर्डर आने के बाद पिछले 1 वर्ष से सभी गतिविधियों को उन्होंने धनबल के आधार पर रोक रखा था।
जिससे आहत होकर डॉक्टर नितेश बाजपेई ने पिछले एक हफ्ते से मंत्रालय पहुंचकर अलग-अलग विभागों में सभी उच्च अधिकारियों से मुलाकात कर इस विषय में डॉक्टर मोहबे के खिलाफ ढाई सौ पेज से अधिक का शिकायत पत्र सभी विभागों में प्रेषित किया था और दो दिन पूर्व ही मंत्री स्वास्थ्य विभाग प्रकाश राव आबिटकर से उनकी मुलाकात कर इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की जिस पर मंत्री महोदय ने स्वास्थ्य विभाग के मुख्य सचिव निपुण विनायक को निर्देश दिया कीडॉक्टर मोहबे तुरंत गोंदिया से हटाने के आदेश जारी करे और साथ ही मंत्री स्तर पर एक नई जांच समिति को गठित किया जाये।

यह बताना आवश्यक है कि अभी तक डॉक्टर मोहबे पर उच्च अधिकारियों द्वारा जाँच समिति बैठाई गई थी परंतु अब जो जाँच समिति बैठाई गई है यह मंत्रालय में मंत्री स्तर पर न्युक्त गई है एवं इस जांच के बाद डॉक्टर अमरीश मोहबे का निलंबन तय माना जा रहा है।

इसके साथ ही डॉक्टर बाजपेई ने बतलाया कि जब तक अमरीश मोहबे का निलंबन नहीं हो जाता वे अपनी इस लड़ाई को आगे जारी रखेंगे यहां यह बतलाना भी अनिवार्य है की डॉक्टर अमरीश मोहबे ने 30 से ज्यादा मरे हुए लोगों को फिटनेस सर्टिफिकेट, फर्टिलिटी दंपति को इनफर्टिलिटी सर्टिफिकेट, जिले में अवैध सोनोग्राफी सेंटर, जिले में कई अवैध नर्सिंग होम को परमिशन दे रखी थी एवं इसके साथ-साथ वे गर्भपात का कार्य धड़ल्ले से डॉ अमरीश मोहबे के नेतृत्व में जारी था, हर गर्भपात के मामले में डॉक्टर अमरीश मोहबे सभी डॉक्टरों से लक्ष्मी दर्शन करके उन्हें क्लीन चिट देने का काम कर रहे थे।
दर्जन भर जांच समितियां के बैठने के बाद भी उनका कहना था कि उनका कोई कुछ नहीं कर सकता परंतु अंत में सच्चाई की जीत हुई और डॉक्टर मोहबे को डिमोशन में नागपुर के उप प्रादेशिक मानसिक अस्पताल में उप अधीक्षक बनाकर भेजा गया है जहां पर लगभग भ्रष्टाचार के सभी रास्ते बंद हो जाएंगे और लगभग सभी प्रकार के पावर सुनके पास से ले लिए गए हैं।
डॉ बाजपेई ने आगे बताया कि वे अभी भी मंत्रालय में अपनी जंग जारी रखे हुए हैं उनकी मुलाकात महाराष्ट्र सरकार की मुख्य सचिव सुजाता सोनिक से होनी है. इसके साथ ही उन्होंने महाराष्ट्र सरकार के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का समय मांगा है और अगले दो दिनों में यह मुलाकात क्या रंग लाएगी यह देखने वाली बात होगी, परंतु मोहबे जैसे सभी अधिकारियों के लिए एक सबक है जो भ्रष्टाचार करने के बाद भी अति उत्साहित रहते हैं और उन्हें लगता है कि उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।
डॉक्टर बाजपेई ने यहां यह भी बताया कि जल्द ही वे रेखा सपाटे के मामले में भी NHM के विभाग प्रमुख मुख्य निर्देशक से मुलाकात कर पत्र सौंपेंगे। डॉ मोहबे के निलंबन तक डॉ बाजपेई ने जंग जारी रखने की बात कही है।

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