इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन 24 घंटे बंद रहेंगे निजी चिकित्सालय

11 की सुबह 6 से 12 की सुबह 6 बजे तक , आकस्मिक सेवा रहेंगी शुरू
बुलंद गोंदिया। सेंट्रल काउंसिल ऑफ इंडियन मेडिसिन सीसीआईएम द्वारा 20 नवंबर 2020 को जारी आदेश जिसमें 58 प्रकार की शल्यक्रिया आयुर्वेदिक चिकित्सक कर सकेंगे जिसके लिए छात्रों को प्रशिक्षित किया जाएगा तथा उन्हें रोगियों पर स्वतंत्र उपचार करने की अनुमति दी जाएंगी जिसके विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा विरोध कर शुक्रवार 11 दिसंबर कि सुबह 6 बजे से शनिवार 12 दिसंबर की सुबह 6 बजे तक सभी निजी चिकित्सालय बंद रख राष्ट्रीय स्तर पर आंदोलन किया जाएगा हालांकि इस दौरान आकस्मिक सेवा शुरू रहेंगे। इस प्रकार की जानकारी आई.एम.ए के जिला अध्यक्ष डॉ प्रणिता चिटणवीस, सचिव डॉ चंद्रशेखर राणा, व कोषाध्यक्ष डॉ राकेश गुप्ता ने दी।साथ ही जानकारी दी की आई.एम.आई.एम.ए आयुर्वेदिक पद्धति का विरोध नहीं कर रहा लेकिन एलोपैथी में एम.बी.बी.एस, शरीर रचना विज्ञान, शरीर विज्ञान, जैव रसायन, विकृति विज्ञान का अध्ययन साडे 4 साल तक किया जाता है एलोपैथी में सर्जरी सीखने वाले छात्रों की कड़ाई से जांच की जाती है। यदि वह किसी भी स्तर पर परिपूर्ण नहीं होता तो उसे सर्जरी की अनुमति नहीं दी जाती किंतु आयुर्वेदिक के स्नातक अध्ययन में केवल बुनियादी विषयों को पढ़ाया जाता है। चुकी आयुर्वेदिक सिद्धांत पूरी तरह से अलग विज्ञान है इसलिए यह साडे 4 साल तक एलोपैथी के मूल विषयों यानी एनाटॉमी, फिजियोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री, पैथोलॉजी का अध्ययन नहीं कर सकता इसलिए आयुर्वेदिक छात्रों को आधुनिक चिकित्सा करवाना तर्कहीन होगा।

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